ज्योतिष मे वैवाहिक जीवन देखने के लिए कई मापदंडों को देखा जाता है जैसे
• सप्तम भाव
• सप्तम भाव का स्वामी
• शुक्र का अष्टकवर्ग
• 7 घर का नक्षत्र आदि
• उपपद कुंडली
• दाराकारक
• नवांश कुंडली
• सप्तमेश का नक्षत्र
इन सबके अलावा शुक्र का विचार भी वैवाहिक सुख के लिए करना अति आवश्यक है | इस विडिओ मे ऐसे दो नियमों के बारे मे बताया गया है जिन्हे कुंडली मिलान के समय देखना बहुत आवश्यक है| आइए जानते है क्या है वह 2 सूत्र